Baba Prachand Nath

Baba Prachand Nath
Amit Shukla GKP

सोमवार, 14 सितंबर 2015

देश को लूटने से बचाये...भारतवर्ष को फिर से समृद्ध बनाये...

Earlier in 2015

News Feed


काँग्रेश ने देश पर 55 लाख 87 हजार 149 करोड़ का कर्ज छोड़ के गई है !
जिसका 1 वर्ष का ब्याज भरना पड़ रहा है = 4 लाख 27 हजार करोड़ !
यानि 1 महीने का = 35 हजार 584 करोड़ !
यानि 1 दिन का = 1 हज़ार 186 करोड़ !
यानि 1 घंटे का = 49 करोड़ !
यानि 1 मिनट का 81 लाख !
यानि 1 सेकेंड का 1,35,000!
जरा सोचिए ! जब देश लूटेरी कांग्रेस की मेहरबानी से प्रति सेकेंड 1 लाख 35 हजार रूपये का तो सिर्फ पुराने कर्जे का ब्याज भर रहा है तो देश के अच्छे दिन आसानी से कैसे आएंगे..???
अत: जितना सम्भव हो भारतीय प्रोडक्ट ही ख़रीदे, देश को लूटने से बचाये, अर्थव्यस्था की मजबूती में अपना अमूल्य योगदान देकर भारतवर्ष को फिर से समृद्ध बनाये...
!!जय भारत!!
गोरखपुर उत्तर प्रदेश
+91-8052402445

आवश्यक सन्देश



"आवश्यक सन्देश"
"सुप्रीम कोर्ट के मुक़द्दमे मे कसाईयो द्वारा गाय काटने के लिए वही सारे कुतर्क रखे गए जो कभी शरद पवार द्वारा बोले गए या इस देश के ज्यादा पढ़ें लिखे लोगो द्वारा बोले जाते है या देश के पहले प्रधान मंत्री नेहरू द्वारा कहे गए !
कसाईयो का पहला कुतर्क !!
1) गाय जब बूढ़ी हो जाती है तो बचाने मे कोई लाभ नहीं उसे कत्ल करके बेचना ही बढ़िया है !
और हम भारत की अर्थ व्यवस्था को मजबूत बना रहे हैं क्यूंकि गाय का मांस export कर रहे हैं
दूसरा कुतर्क
2) भारत मे गाय के चारे की कमी है .. भूखी मरे इससे अच्छा ये है हम उसका कत्ल करके बेचें
तीसरा कुतर्क
3) भारत मे लोगो को रहने के लिए जमीन नहीं है गाय को कहाँ रखें ?
चौथा कुतर्क
4 ) इससे विदेशी मुद्रा मिलती है
और सबसे खतरनाक कुतर्क जो कसाइयों की तरफ से दिया गया कि गया की ह्त्या करना हमारे धर्म इस्लाम मे लिखा हुआ है की हम गायों की ह्त्या करें (this is our religious right )
राजीव भाई की तरफ से बिना क्रोध प्रकट किए बहुत ही धैर्य से इन सब कुतर्को का तर्कपूर्वक जवाब दिया !
उनका पहला कुतर्क गाय का मांस बेचते हैं तो आमदनी होती है देशो को ! तो राजीव भाई ने सारे आंकड़े सुप्रीम कोर्ट मे रखे कि एक गाय को जब काट देते हैं तो उसके शरीर मे से कितना मांस निकलता है ??? कितना खून निकलता है ?? कितनी हड्डियाँ निकलती हैं ??
एक सव्स्थय गाय का वजन 3 से साढ़े तीन कवींटल होता है उसे जब काटे तो उसमे से मात्र 70 किलो मांस निकलता है एक किलो गाय का मांस जब भारत से export होता है तो उसकी कीमत है लगभग 50 रुपए ! तो 70 किलो का 50 से गुना को ! 70 x 50 = 3500 रुपए !
खून जो निकलता है वो लगभग 25 लीटर होता है ! जिससे कुल कमाई 1500 से 2000 रुपए होती है !
फिर हड्डियाँ निकलती है वो भी 30-35 किलो हैं ! जो 1000 -1200 के लगभग बिक जाती है !!
तो कुल मिलकर एक गाय का जब कत्ल करे और मांस ,हड्डियाँ खून समेत बेचें तो सरकार को या कत्ल करने वाले कसाई को 7000 रुपए से ज्यादा नहीं मिलता !!
फिर राजीव भाई द्वारा कोर्ट के सामने उल्टी बात रखी गई यही गाय को कत्ल न करे तो क्या मिलता है ??? हमने कत्ल किया तो 7000 मिलेगा और अगर इसको जिंदा रखे तो कितना मिलेगा ??
तो उसका calculation ये है !!
एक सव्स्थ्य गाय एक दिन मे 10 किलो गोबर देती है और ढाई से 3 लीटर मूत्र देती है ! गाय के एक किलो गोबर से 33 किलो fertilizer (खाद ) बनती है !जिसे organic खाद कहते हैं तो कोर्ट के जज ने कहा how it is possible ??
राजीव भाई द्वारा कहा गया आप हमे समय दीजिये और स्थान दीजिये हम आपको यही सिद्ध करके बताते हैं ! तो कोर्ट ने आज्ञा दी तो राजीव भाई ने उनको पूरा करके दिखाया !! और कोर्ट से कहा की आई. आर. सी. के वैज्ञानिक को बुला लो और टेस्ट करा लो !!! तो गाय का गोबर कोर्ट ने भेजा टेस्ट करने के लिए ! तो वैज्ञानिको ने कहा की इसमें 18 micronutrients (पोषक तत्व )है !जो सभी खेत की मिट्टी को चाहिए जैसे मैगनीज है ! फोस्फोरस है ! पोटाशियम है, कैल्शियम,आयरन,कोबाल्ट, सिलिकोन ,आदि आदि | रासायनिक खाद मे मुश्किल से तीन होते हैं ! तो गाय का खाद रासायनिक खाद से 10 गुना ज्यादा ताकतवर है !तो कोर्ट ने माना !!
राजीव भाई ने कहा अगर आपके र्पोटोकोल के खिलाफ न जाता हो तो आप चलिये हमारे साथ और देखे कहाँ - कहाँ हम 1 किलो गोबर से 33 किलो खाद बना रहे हैं राजीव भाई ने कहा मेरे अपने गाँव मे मैं बनाता हूँ ! मेरे माता पिता दोनों किसान है पिछले 15 साल से हम गाय के गोबर से ही खेती करते हैं !
तो 1 किलो गोबर है तो 33 किलो खाद बनता है ! और 1 किलो खाद का जो अंराष्ट्रीय बाजार मे भाव है वो 6 रुपए है !तो रोज 10 किलो गोबर से 330 किलो खाद बनेगी ! जिसे 6 रुपए किलो के हिसाब से बेचें तो 1800 से 2000 रुपए रोज का गाय के गोबर से मिलता है !
और गाय के गोबर देने मे कोई sunday नहीं होता weekly off नहीं होता ! हर दिन मिलता है ! तो साल मे कितना ??? 1800 का 365 मे गुना कर लो !
1800 x 365 = 657000 रुपए ! साल का !
और गाय की समानय उम्र 20 साल है और वो जीवन के अंतिम दिन तक गोबर देती है !
तो 1800 गुना 365 गुना 20 कर लो आप !! 1 करोड़ से ऊपर तो मिल जाएगा केवल गोबर से !
और हजारो लाखों वर्ष पहले हमारे शास्त्रो मे लिखा है की गाय के गोबर मे लक्ष्मी जी का वास है !!
और मेकोले के मानस पुत्र जो आधुनिक शिक्षा से पढ़ कर निकले हैं जिनहे अपना धर्म ,संस्कृति - सभ्यता सब पाखंड ही लगता है !हमेशा इस बात का मज़ाक उड़ाते है ! कि 😀हा..हा..हाःहा..हा
गाय के गोबर मे लक्ष्मी !
तो ये उन सबके मुंह पर तमाचा है ! क्यूंकि ये बात आज सिद्ध होती है की गाय के गोबर से खेती कर ,अनाज उत्पादन कर धन कमाया जा सकता है और पूरे भारत का पेट भरा जा सकता है !
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अब बात करते हैं मूत्र की रोज का 2 - सवा दो लीटर !! और इससे ओषधियाँ बनती है
diabetes ,की ओषधि बनती है !
arthritis,की ओषधि बनती है
bronkitis, bronchial asthma, tuberculosis, osteomyelitis ऐसे करके 48 रोगो की ओषधियाँ बनती है !! और गाय के एक लीटर मूत्र का बाजार मे दवा के रूप मे कीमत 500 रुपए है ! वो भी भारत के बाजार मे ! अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे तो इससे भी ज्यादा है !! आपको मालूम है ?? अमेरिका मे गौ मूत्र patent हैं ! और अमरीकी सरकार हर साल भारत से गाय का मूत्र import करती है और उससे कैंसर की medicine बनाते हैं !! diabetes की दवा बनाते हैं ! और अमेरिका मे गौ मूत्र पर एक दो नहीं तीन patent है ! अमेरिकन market के हिसाब से calculate करे तो 1200 से 1300 रुपए लीटर बैठता है एक लीटर मूत्र ! तो गाय के मूत्र से लगभग रोज की 3000 की आमदनी !!!
और एक साल का 3000 x 365 =1095000
और 20 साल का 300 x 365 x 20 = 21900000 !
इतना तो गाय के गोबर और मूत्र से हो गया !! एक साल का !
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और इसी गाय के गोबर से एक गैस निकलती है जिसे मैथेन कहते हैं और मैथेन वही गैस है जिससे आप अपने रसोई घर का सिलंडर चला सकते हैं और जरूरत पड़ने पर गाड़ी भी चला सकते हैं 4 पहियो वाली गाड़ी भी !!
जैसे LPG गैस से गाड़ी चलती है वैसे मैथेन गैस से भी गाड़ी चलती है !तो न्यायधीश को विश्वास नहीं हुआ ! तो राजीव भाई ने कहा आप अगर आज्ञा दो तो आपकी कार मे मेथेन गैस का सिलंडर लगवा देते हैं !! आप चला के देख लो ! उन्होने आज्ञा दी और राजीव भाई ने लगवा दिया ! और जज साहब ने 3 महीने गाड़ी चलाई ! और उन्होने कहा its excellent ! क्यूंकि खर्चा आता है मात्र 50 से 60 पैसे किलोमीटर और डीजल से आता है 4 रुपए किलो मीटर ! मेथेन गैस से गाड़ी चले तो धुआँ बिलकुल नहीं निकलता ! डीजल गैस से चले तो धुआँ ही धुआँ !! मेथेन से चलने वाली गाड़ी मे शोर बिलकुल नहीं होता ! और डीजल से चले तो इतना शोर होता है कान फट जाएँ !! तो ये सब जज साहब की समझ मे आया !!
तो फिर हमने कहा रोज का 10 किलो गोबर एकठ्ठा करे तो एक साल मे कितनी मेथेन गैस मिलती है ?? और 20 साल मे कितनी मिलेगी और भारत मे 17 करोड़ गाय है सबका गोबर एक साथ इकठ्ठा करे और उसका ही इस्तेमाल करे तो 1 लाख 32 हजार करोड़ की बचत इस देश को होती है ! बिना डीजल ,बिना पट्रोल के हम पूरा ट्रांसपोटेशन इससे चला सकते हैं ! अरब देशो से भीख मांगने की जरूरत नहीं और पट्रोल डीजल के लिए अमेरिका से डालर खरीदने की जरूरत नहीं !!अपना रुपया भी मजबूत !
तो इतने सारे calculation जब राजीव भाई ने बंब्बाड कर दी सुप्रीम कोर्ट पर तो जज ने मान लिया गाय की ह्त्या करने से ज्यादा उसको बचाना आर्थिक रूप से लाभकारी है !
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जब कोर्ट की opinion आई तो ये मुस्लिम कसाई लोग भड़क गए उनको लगा कि अब केस उनके हाथ से गया क्यूंकि उन्होने कहा था कि गाय का कत्ल करो तो 7000 हजार कि इन्कम ! और इधर राजीव भाई ने सिद्ध कर दिया कत्ल ना करो तो लाखो करोड़ो की इन्कम !!और फिर उन्होने ने अपना trump card खेला !! उन्होने कहा की गाय का कत्ल करना हमारा धार्मिक अधिकार है (this is our religious right )
तो राजीव भाई ने कोर्ट मे कहा अगर ये इनका धार्मिक अधिकार है तो इतिहास मे पता करो कि किस - किस मुस्लिम राजा ने अपने इस धार्मिक अधिकार का प्रयोग किया ?? तो कोर्ट ने कहा ठीक है एक कमीशन बैठाओ हिस्टोरीयन को बुलाओ और जीतने मुस्लिम राजा भारत मे हुए सबकी history निकालो दस्तावेज़ निकालो !और किस किस राजा ने अपने इस धार्मिक अधिकार का पालण किया ?
तो पुराने दस्तावेज़ जब निकाले गए तो उससे पता चला कि भारत मे जितने भी मुस्लिम राजा हुए एक ने भी गाय का कत्ल नहीं किया ! इसके उल्टा कुछ राजाओ ने गायों के कत्ल के खिलाफ कानून बनाए ! उनमे से एक का नाम था बाबर ! बाबर ने अपनी पुस्तक बाबर नामा मे लिखवाया है कि मेरे मरने के बाद भी गाय के कत्ल का कानून जारी रहना चाहिए ! तो उसके पुत्र हुमायु ने भी उसका पालण किया और उसके बाद जितने मुगल राजा हुए सबने इस कानून का पालन किया including ओरंगजेब !!
फिर दक्षिण भारत मे एक राजा था हेदर आली !टीपू सुल्तान का बाप !! उनसे एक कानून बनवाया था कि अगर कोई गाय की ह्त्या करेगा तो हैदर उसकी गर्दन काट देगा और हैदर अली ने ऐसे सेकड़ो कासयियो की गर्दन काटी थी जिन्होने गाय को काटा था फिर हैदर अली का बेटा आया टीपू सुलतान तो उसने इस कानून को थोड़ा हल्का कर दिया तो उसने कानून बना दिया की हाथ काट देना ! तो टीपू सुलतान के समय में कोई भी अगर गाय काटता था तो उसका हाथ काट दिया जाता था |
तो ये जब दस्तावेज़ जब कोर्ट के सामने आए तो राजीव भाई ने जज साहब से कहा कि आप जरा बताइये अगर इस्लाम मे गाय को कत्ल करना धार्मिक अधिकार होता तो बाबर तो कट्टर ईस्लामी था 5 वक्त की नमाज पढ़ता था हमायु भी था ओरंगजेब तो सबसे ज्यादा कट्टर था ! तो इनहोने क्यूँ नहीं गाय का कत्ल करवाया और क्यूँ ? गाय का कत्ल रोकने के लिए कानून बनवाए ??? क्यूँ हेदर अली ने कहा कि वो गाय का कत्ल करने वाले के हाथ काट देगा ??
तो राजीव भाई ने कोर्ट से कहा कि आप हमे आज्ञा दें तो हम ये कुरान शरीफ ,हदीस,आदि जितनी भी पुस्तके है हम ये कोर्ट मे पेश करते हैं और कहाँ लिखा है गाय का कत्ल करो ये जानना चाहतें है ! और आपको पता चलेगा कि इस्लाम की कोई भी धार्मिक पुस्तक मे नहीं लिखा है की गाय का कत्ल करो !
हदीस मे तो लिखा हुआ है कि गाय की रक्षा करो क्यूंकि वो तुम्हारी रक्षा करती है ! पेगंबर मुहमद साहब का statement है की गाय अबोल जानवर है इसलिए उस पर दया करो ! और एक जगह लिखा है गाय का कत्ल करोगे तो दोझक मे भी जमीन नहीं मिलेगी! मतलब जहनुम मे भी जमीन नहीं मिलेगी !!
तो राजीव भाई ने कोर्ट से कहा अगर कुरान ये कहती है मुहम्मद साहब ये कहते हैं हदीस ये कहती है तो फिर ये गाय का कत्ल कर धार्मिक अधिकार कब से हुआ ?? पूछो इन कसाईयो से ?? तो कसाई बोखला गए ! और राजीव भाई ने कहा अगर मक्का मदीना मे भी कोई किताब हो तो ले आओ उठा के !!
अंत कोर्ट ने उनको 1 महीने का पर्मिशन दिया की जाओ और दस्तावेज़ ढूंढ के लाओ जिसमे लिखा हो गाय का कत्ल करना इस्लाम का मूल अधिकार है ! हम मान लेंगे !! और एक महीने तक भी कोई दस्तावेज़ नहीं मिला !! कोर्ट ने कहा अब हम ज्यादा समय नहीं दे सकते ! और अंत 26 अक्तूबर 2005 judgement आ गया !! और आप चाहें तो judgement की copy
www. supremecourtcaselaw . com पर जाकर download कर सकते हैं !
ये 66 पनने का judgement है सुप्रीम कोर्ट ने एक इतिहास बना दिया और उन्होंने कहा की गाय को काटना सांविधानिक पाप है धार्मिक पाप है ! और सुप्रीम कोर्ट ने कहा गौ रक्षा करना,सर्वंधन करना देश के प्रत्येक नागरिक का सांविधानिक कर्त्तव्य है ! सरकार का तो है ही नागरिकों का भी सांविधानिक कर्तव्य है ! अब तक जो संविधानिक कर्तव्य थे जैसे , संविधान का पालन करना ,राष्ट्रीय ध्वज ,का सम्मान करना ,क्रांतिकारियोंका सम्मान करना ,देश की एकता , अखंडता को बनाए रखना ! आदि आदि अब इसमे गौ की रक्षा करना भी जुड़ गया है !!
सुप्रीम कोर्ट ने कहा की भारत की 34 राज्यों की सरकार की जिमेदारी है की वो गाय का कतल अपने अपने राज्य में बंद कराये और किसी राज्य में गाय का कतल होता है तो उस राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है राज्यपाल की जवाबदारी,चीफ सेकेट्री की जिम्मेदारी है, वो अपना काम पूरा नहीं कर रहे है तो ये राज्यों के लिए सविधानिक जवाबदारी है और नागरिको के लिए सविधानिक कर्त्तव्य है !!
अब कानून दो सतर पर बनाये जाते हैं एक जो केद्र सरकार बना सकती है और एक 35 राज्यों की राज्य सरकार बना सकती है अपने आपने राज्यों में !! अगर केंद्र सरकार ही बना दे !! तो किसी राज्य सरकार को बनाने की जरूरत नहीं ! केंद्र सरकार का कानून पूरे देश मे लागू होगा ! तो आप सब केंद्र सरकार पर दबाव बनाये !! जब तक केंद्र सरकार नहीं बनाती तब तक आप अपने अपने राज्य की सरकारों पर दबाव बनाये ! दबाव कैसे बनाना है ???
आपको हजारो ,लाखो की संख्या मे प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति या राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखना है और इतना ही कहना है की 26 अक्तूबर 2005 को जो सुप्रीम कोर्ट का judgment आया है उसे लागू करो !!
आप अपने -आस पड़ोस ,गली गाँव ,मुहल्ला ,शहर मे लोगो से बात करनी शुरू करे उनको गाय का महत्व समझाये !! देश के लिए गाय का आर्थिक योगदान बताएं ! और प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति या राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का निवेदन करें ! इतना दबाव डालें की अगले चुनाव मे लोगो उसी सरकार को वोट दें जो इस सुप्रीम कोर्ट के गौ ह्त्या के खिलाफ judgement को पूरे देश मे लागू करें !
और अंत उस क्रांतिकारी मंगल पांडे ने इतिहास बना वो फांसी पर चढ़ गया लेकिन गाय की चर्बी के कारतूस उसने अपने मुंह से नहीं खोले !
और जिस अंग्रेज़ अधिकारी ने उसको मजबूर किया उसको मंगल पांडे ने गोली मर दी !! तो हमने कहा था कि हमारी तो आजादी का इतिहास शुरू होता है गौ रक्षा से !!
इसलिए "गाय की रक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी हमारी आजादी"!
आपने पूरी post पढ़ीं बहुत बहुत धन्यवाद !!
गोरखपुर उत्तर प्रदेश 
+91-8052402445

रविवार, 6 सितंबर 2015

जिस पल आपकी मृत्यु हो जाती है, उसी पल से आपकी पहचान एक "बॉडी" बन जाती है।
अरे
"बॉडी" लेकर आइये, 
"बॉडी" को उठाइये,
"बॉडी" को सूलाइये 
ऐसे शब्दो से आपको पूकारा जाता है, वे लोग भी आपको आपके नाम से नही पुकारते ,
जिन्हे प्रभावित करने के लिये आपने अपनी पूरी जिंदगी खर्च कर दी।

इसीलिए निर्मिती" को नही
निर्माता" को प्रभावित करने के लिये जीवन जियो।

जीवन मे आने वाले हर चूनौती को स्वीकार करे।......
अपनी पसंद की चिजो के लिये खर्चा किजिये।......
इतना हंसिये के पेट दर्द हो जाये।....

आप कितना भी बूरा नाचते हो ,
फिर भी नाचिये।......
उस खूशी को महसूस किजिये।......
फोटोज् के लिये पागलों वाली पोज् दिजिये।......
बिलकुल छोटे बच्चे बन जायिये।

क्योंकि मृत्यु जिंदगी का सबसे बड़ा लॉस नहीं है।
लॉस तो वो है 
के आप जिंदा होकर भी आपके अंदर जिंदगी जीने की आस खत्म हो चूकी है।.....

हर पल को खूशी से जीने को ही जिंदगी कहते है।
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं,
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू,

"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं,
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं,

"दोस्तों का साथ नहीं," अकेला ही खुश हूं,
"आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं,

"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं,
"जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूं,

"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं,
"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं,

"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं,
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं,






अमित कुमार शुक्ला ''प्रचण्ड''
गोरखपुर उत्तर प्रदेश
+91-8052402445

केरल के लव जिहाद की उदहारण

केरल के लव जिहाद की उदहारण सुनो :-

एक नैय्यर ब्राह्मण परिवार की लड़की थी । जिसका किसी स्थानीय मुसलमान परिवार के लड़के से प्रेम सम्बन्ध हो गया और दोनों ने शादी का निश्चय किया ।

लेकिन लड़की के परिवार वाले न माने और लड़की ने भागने का निश्चय किया । और रात को लड़की उस मुल्ले के संग भाग कर मुम्बई आ गई । किसी किराए के मकान पर दोनों रहने लगे और स्थानी मुस्लिम संगठन पूरा खर्चा दे रहे थे । क्योंकि उनका मुजाहिद काफिरों की लड़की जो भगा कर लाया था । तो मदद करने का हक तो बनता ही है न !

तो करीब एक वर्ष दोनों का खर्चा पानी सही से चलता रहा । लड़की गाँय का माँस खाना, नमाज़ पढ़ना सब कुछ सीख गई थी और अब एक साल बाद तक तो लड़की गर्भवती भी हो चुकी थी । लेकिन एक रात के बाद वो जब सोकर उठी तो देखा कि उसका शौहर नहीं है । बहुत ढूँढा लेकिन नहीं मिला । क्योंकि वो रात को ही भाग चुका था । शायद दूसरा लव जिहाद करने को निकला हो ।

तो लड़की अकेली हो गई ऊपर से गर्भवती । अब सहारा देने को कोई न मिला । तो स्थानीय मुस्लिम संगठनों ने भी सहायता बंद कर दी । मकान मालिक की दया से कुछ दिन वो वहाँ रही । और उसका खाना भी वही देता रहा । लेकिन अब मकान मालिक ने भी किराया माँगना शुरू किया और लड़की की मुसीबत बढ़ने लगी थी । तो उसी मुस्लिम संगठन के पास जाकर गुहार लगाई । तो वे इस शर्त पर मदद करने को राज़ी हुए कि " तुम्हें २४ घण्टे AC room में रखा जायेगा । तुम्हें कुछ नहीं करना बस खाना है और आराम करना है " तो लड़की को थोड़ा सहारा हुआ ।

लेकिन अब पहले तो मौलवीयों ने लड़की का गर्भ घिरवा दिया । और अब उसके कमरे में रोज़ कुछ मुसलमान आने लगे और उस लड़की की आबरू लूटने लगे । लेकिन लड़की के पास कोई दूसरा रास्ता भी नहीं था । अब धीरे धीरे लड़की को भी अपने साथ हुए इस धोखे की समझ आने लगी । लेकिन अत्याधित सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई लड़की बिमार पड़ गई । यौन रोग लग गए । तो अपने किए पर पछताने लगी और रोने लगी । अब तो मुल्लाओं ने उसको कमरे में निरवस्त्र रखना शुरू कर दिया था ताकि काफिर लड़की को और ज़लील किया जा सके । तो एक दिन कमरे में से वो लड़की ने भागने के लिए खिड़की में से बाहर को नंगी हालत में ही छलाँग लगा दी । क्योंकि किराये का कमरा पहली मंज़िल पर ही था । और लड़की को ज्यादा चोट भी न आई । बिमार हालत में वो लड़की भागने लगी । और रिक्शा वाले के पास गई । रिक्शा वाले ने पहले तो कम्बल से उसे ढका और लेकर रिक्शा को भगाने लगा । पीछे से वे मुल्ले जो उसके साथ मज़ा करने आए थे, उन्होंने देख लिया और रिक्शा के पीछे भागते हुए पत्थर मारने लगे । लेकिन रिक्शा वाला साहसी था और रिक्शा तेज़ी से लेकर पुलीस थाने पहुँचा । पुलीस ने लड़की को सम्भाला और पूछताछ के बाद मुल्लों की स्लम बस्ती में छापा मारा जिसमें पहले से तैय्यार मुजाहिदों ने पिस्तौलों से हम्ला कर दिया । और अब वो बस्ती रण का मैदान बन गई । दोनों ओर से ज़बरदस्त फायरिंग हुई । जिमें एक कांसलेबल घायल हो गया । और तीन मुल्ले अल्लाह को प्यारे हो गए । कई लोगों को गिरफ्तार किया गया ।

और लड़की को केरल वापिस उसके घर पहुँचाया गया है । लेकिन जिस हालत में वो वापिस गई है । अपने किये पर शरमिंदा है ।

हिंदू लड़कियों से प्रश्न है कि यदि सभी लोग एक जैसे नहीं होते तो फिर क्यों नहीं आप लड़कियाँ हिंदू में से ही किसी अच्छे लड़के की तालाश करतीं ? अरे कम से कम तुम्हारी आबरू तो सुरक्षित रहेगी ! तुम्हारा सामूहिक शोषण तो नहीं होगा ?





गोरखपुर उत्तर प्रदेश
+91-8052402445

मुस्लिम लोग

मुस्लिम लोग जो अक्सर मशहूर हस्तियों के बारे मे अफवाह फैलाते है कि "फलाने ने इस्लाम कबूल कर लिया"...." फलाना बंदा इस्लाम में कनवर्ट हो गया".......उनके इसी झूठ पर कटाक्ष करती एक बुद्धिजीवी मुस्लिम ब्लॉगर की पोस्ट.....
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"चलिए सभी मुसलमान भाई को मुबारक हो कि आइंस्टाइन शिया मुसलमान हो गए। जल्द ही न्यूटन और गैलिलीयो के भी सुन्नी मुसलमान होने की घोषणा हो सकती है। ये अलग बात है कि फिर दोनों एक-दूसरे को काफ़िर क़रार दे दें। असल में ये सभी बाते हमारे inferiority complex को दर्शाता है। बचपन से हम सुनते आ रहे है कि जब चांद पर नील आर्मस्ट्रांग पहुंचा तो उसने वहां आजान की आवाज सुनी, वापस आ कर वह मुसलमान हो गया। इसी तरह यूरी गागरिन, सुनीता विलियम्स, माइक टिसन, माइकल जैक्सन और बहुत बड़े हस्तियो के बारे मे हम ने मुसलमान होने की खबर सुनी। ये सारी बातें आगे जा कर झूठी साबित हुई!.
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एक मुस्लिम वैज्ञानिक अब्दुस्सलाम जो भारत मे पैदा हुए और आजादी के बाद पाकिस्तान चले गए और जो भौतिक विज्ञान के वैज्ञानिक थे, उस को उसके काम के लिये नोबेल प्राइज़ दिया गया और ये विश्व का पहला मुस्लिम वैज्ञानिक था। बस उसकी गलती थी कि वह अहमदिया फिरका को मानता था, उसके खिलाफ मुल्लाओ ने पाकिस्तान मे मोर्चा खोल दिया और उसके क़ाफ़िर होने का फ़तवा दे दिया गया और इन मुल्लाओ ने हुकूमत पर इतना दबाव डाला कि आखिरकार 1976 में जब पाकिस्तान संसद ने अहमदी को गैर-मुस्लिम करार दिया तो डॉक्टर अब्दुस्सलाम विरोध में पाकिस्तान छोड़कर लंदन चले गए। 21 नवम्बर 1996 में 70 साल की उम्र में अब्दुस्सलाम की मृत्यु गंभीर बीमारी के कारण लंदन में हुई, उन्हें पाकिस्तान में ही दफनाया गया। इस तरह हम ने एक मुसलमान को काफ़िर बना दिया और आइंस्टाइन को मुसलमान बना रहे है।
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असल मे इस्लाम को मुल्लाओ ने जितना नुक़सान पहुचाया है और किसी ने नहीं। शिक्षा को इस्लाम में अहम बताया गया है लेकिन उससे ही मुल्लाओं ने दूर कर दिया। शिक्षा में मुसलमान कितने पीछे है, आप खुद इस से अंदाजा लगाये के Higher Education तक 98% यहूदी पहुंचते है, ईसाई 42% , हिन्दू 11% और मुसलमान 2 % तक ही पहुंचते है। जबकि आबादी के अनुसार हम विश्व मे दूसरे नम्बर पर हैं। 1800-1920 के बीच हुए बड़े वैज्ञानिक जिनके आविष्कार दुनिया को आधुनिक दौर मे ले गए, इन वैज्ञानिकों में सभी या तो यहूदी या ईसाई है, एक भी मुस्लिम वैज्ञानिक नही हैं। अब एक नज़र इस पर भी डालिए कि दुनिया के सबसे बड़े इनाम नोबेल प्राइज़ भिन्न-भिन्न क्षेत्रों मे वैज्ञानिकों को दिया जाता है उसमे हमारी क्या स्थिति है। 1901-2011 तक नोबल प्राइज़ भौतिकी, रसायन, मेडिकल क्षेत्र 375 वेज्ञानिकों को दिया गया है जिस मे सिर्फ 4 हिन्दू और 1 मुस्लिम विज्ञानिक को मिला है बाकी वैज्ञानिक या तो यहूदी या ईसाई है। इससे पता चलता है के शिक्षा के क्षेत्र मे हम बहुत पीछे है।
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सच बात यह है कि हम मुसलमान इस समय 'खिसयानी बिल्ली खंभा नोचने' के जैसे हैं, क्योंकि इस आधुनिक विश्व और मानवता मे हमारा कोई सहयोग नही है , क्योंकि हम शिक्षा मे आगे नहीं है इसलिए दूसरे की उपयोगिता हम अपने खाते मे डालना चाहते हैं। इसलिए जब भी होता है हम किसी को भी मुसलमान या क़ाफ़िर बना देते है। इस तरह के बेवक़ूफी वाले काम खत्म होने चाहिए। अपनी गलती और अपनी कमी को मान कर सुधार करने चाहिए और शिक्षा मे आगे आना चाहिए ताकि हम भी और क़ौमों के बराबर खड़े हो सकें!"...
साभार 
http://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/KASAUTI/entry/einstein-is-muslim-abussalam-is-not1






 गोरखपुर उत्तर प्रदेश
+91-8052402445 

दाऊद is treinding top on twiter

Haraami daudwa is treinding top on twiter...some of the twits.

दाऊद इब्राहिम


1.दाऊद का नंबर मिल गया है तो उसे 10 व्हाट्सएप्प ग्रुप में एड कर दो, सुबह गुड मॉर्निंग और रात को गुड़ नाईट वाले मेसेज पढ़कर ही सुसाइड कर लेगा।
2.मर्दाना अयूब का बस नहीं चल रहा वरना वो आगे आकर ये कह दे कि वो फोन दाऊद की बीवी ने नहीं, मैंने उठाया था।
3,हमें पाकिस्तान का अहसान मानना चाहिए कि कराची में जहां हर रोज़ दसियों लोग मरते हैं मगर वो एक भारतीय दाऊद का बाल भी बांका नहीं होने दे रहा।
4.दाऊद इब्राहिम की बीवी ने साबित कर दिया कि दुनिया में बड़े से बड़े आदमी को आखिर में उसकी बीवी ही फंसाती हैं।
5.पाकिस्तान चाहे तो अपने डिफेंस में कह सकता है कि दाऊद तो कराची में है मगर कराची पाकिस्तान में नहीं है।
6.टाइम्स नाउः क्या आप दाऊद इब्राहिम की पत्नी हैं?
महजबीन शेखः जी हां, वह सो रहे हैं।
टाइम्स नाउः माफ़ कीजिये, लगता है SBI में कॉल लग गया
7.अगर अरणब खुद फोन करते तो महज़बीन आपा डरके मारे खुद को ही दाऊद इब्राहिम बता सकती थी।
8.इस बीच राहुल गांधी ये जानकर खुश हैं कि उनके अलाावा भी दुनिया में कोई है जो 12 बजे तक सोता है।
9.पाकिस्तान को दाऊद की कराची में मौजूदगी के सबूत देना वैसा ही है जैसे किसी मां को ये बताना की उसके बच्चे की गर्दन के नीचे तिल है।
10.Arnab Goswami should be granted an Army rank for his selfless service for the Nation
We got ‪#‎Dawood‬ phone number, just pass it to every telesales company in India. 1 week main surrender kar dega






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एक बार पढ़ लेना और हो सके तो जाग जाना और एकजुट होकर अपने अधिकार के बारे में लड़ना सीखना

एक बार पढ़ लेना और हो सके तो जाग जाना और एकजुट होकर अपने अधिकार के बारे में लड़ना सीखना .....नहीं तो ... कश्मीर सरीखा सर्वनाश निश्चित है.... तुम लोगो का !
यह जानकारी एक करारा तमाचा है ..... तथाकथित सेकुलरता का राग अलापने वाले, मानवाधिकार वाले और, अल्पसंख्यकों की बात करने वालों के मुंह पर....!
कश्मीर और दोगले मानवाधिकारी
वोट बैंक के लालच में ... अथवा उनके नाजायज बापों को बुरा ना लग जाए.... इस बात का ध्यान रखते हुए ... इस बात को जोर-जोर से ढोल पीटा जाता है कि...... आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है....!
लेकिन क्या कोई मनहूस सेकुलर ... अथवा , मानवाधिकार या अल्पसंख्यक आयोग वाला .... मुझे यह समझा सकता है कि..... अगर आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है तो..... नैरोबी में धर्म पूछ कर लोगों को क्यों मारा गया ..... और, कश्मीर से सिर्फ हिंदों को ही क्यों भगाया गया .....?????
हम में से सभी लोग ..."" कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है ""... का नारा लगते नहीं थकते हैं .... लेकिन, दुखद है कि .... देश के 99 % से भी ज्यादा लोगों को कश्मीर की दर्दनाक सच्चाई का आभास तक नहीं होगा.... !
लगभग सभी लोगों ने कश्मीरी पंडितो के बारे में सुना होगा ....और, हम सभी ने सुना है कि.... कुछ तो हुआ था कश्मीरी पंडितो के साथ.... लेकिन , क्या हुआ था और, क्यों हुआ था ......यह ठीक से किसी को भी पता नहीं है......।
आज मैं आपको बताने जा रही हूँ कि...... क्या हुआ था कश्मीर में...... और, क्या हुआ था कश्मीरी पंडितो के साथ.....!
कश्मीर का नाम....... कश्यप ऋषि के नाम पर पड़ा था और, कश्मीर के मूल निवासी सारे हिन्दू थे..... इस तरह.... कश्मीरी पंडितो की संस्कृति 5000 साल से भी पुरानी है.... और, वे ही कश्मीर के मूल निवासी हैं.....।
14वीं शताब्दी में तुर्किस्तान से आये एक क्रूरजेहादी ( मुस्लिम आतंकवादी ) दुलुचा ने 60,000 लोगो की सेना के साथ कश्मीर में आक्रमण किया....... और, कश्मीर में मुस्लिम साम्राज्य की स्थापना की....।
दुलुचा ने नगरों और गाँव को नष्ट कर दिया.... और, हजारों हिन्दुओ का नरसंहार किया.. तथा, बहुत सारे हिन्दुओ को जबरदस्ती मुस्लिम बनाया गया...।
बहुत सारे हिन्दुओ ने जो इस्लाम नहीं कबूल करना चाहते थे..... उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या कर ली ...और, बाकी के लोग भाग गए या क़त्ल कर दिए गए या इस्लाम कबूल करवा लिए गए।
आज जो भी कश्मीरी मुस्लिम है ....उन सभी के पूर्वजो को इन अत्याचारों के कारण जबरदस्ती मुस्लिम बनाया गया था।
भारत पर मुस्लिम आक्रमण अतिक्रमण - विश्व इतिहास का सबसे ज्यादा खुनी कहानी जानने के लिए देखें :http://www.youtube.com/watch?v=TMY2YV9WucY
भारत के खुनी विभाजन के बारे में जानने के लिए यह विडियो देखे:http://www.youtube.com/watch?v=jGiTaQ60Je0
अधिक जानकारी के लिए इस लिंक को देखे:http://kasmiripandits.blogspot.com/2012/04/tragic-history-of-kasmir.htmlhttp://en.wikipedia.org/wiki/Kashmir#Muslim_rule
खैर.... देखते ही देखते ... 14 वीं से बीसवीं सदी भी आ गयी..... और, हमारा हिंदुस्तान मुगलों और अंग्रेजों के हाथ से गुजरता हुआ 1947 में आजाद भी हो गया....!
1947 में ब्रिटिश संसद के "इंडियन इंडीपेनडेंस इ एक्ट" के अनुसार ब्रिटेन ने तय किया कि ..... मुस्लिम बहुल क्षेत्रों को पाकिस्तान बनाया जायेगा.. जिस कारण, 150 राजाओं ने पाकिस्तान चुना और, बाकी 450 राजाओ ने भारत....। परन्तु....केवल एक जम्मू और कश्मीर के राजा बच गए थे जो फैसला नहीं कर पा रहे थे कि क्या करना है.... लेकिन, जब पाकिस्तान ने फौज भेजकर कश्मीर पर आक्रमण किया तो कश्मीर के राजा ने भी हिंदुस्तान में कश्मीर के विलय के लिए दस्तख़त कर दिए।
ध्यान रखें कि....ब्रिटिशो ने यह कहा था कि ... राजा अगर एक बार दस्तखत कर दिया तो वो बदल नहीं सकता और जनता की आम राय पूछने की जरुरत नहीं है..... तो इस तरह....जिन कानूनों के आधार पर भारत और पाकिस्तान बने थे ....उन्ही नियमो के अनुसार ...... अब कश्मीर पूरी तरह से भारत का अंग बन गया था....।
इसलिए कोई भी कहता है कि .... कश्मीर पर भारत ने जबरदस्ती कब्ज़ा कर रखा है .. या कश्मीर एक विवादस्पद प्रदेश है तो......वो बिल्कुल सफ़ेद झूठ है।
अधिक जानकारी के लिए आप यह विडियो आप देख सकते है:http://www.youtube.com/watch?v=gxhVDKRFh28
14 सितम्बर 1989 को बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य और जाने माने वकील कश्मीरी पंडित तिलक लाल तप्लू का JKLF ने क़त्ल कर दिया और, उसके बाद जस्टिस नील कान्त गंजू को गोली मार दिया गया।
इस तरह.... एक एक करके सारे कश्मीरी नेताओ की हत्या कर दी गयी... जिसके बाद बाद 300 से ज्यादा हिन्दू महिलाओ और पुरुषो की निर्मम हत्या की गयी...।
एक कश्मीरी पंडित नर्स जो श्रीनगर के सौर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में काम करती थी, का सामूहिक बलात्कार किया गया और.. खुलेआम पीट पीट कर उसकी हत्या कर दी गयी...।
उधर कश्मीर में .....यह खुनी खेल चलता रहा ....और, अपने सेकुलर राज्य और केंद्र सरकार..... मानवाधिकार आयोग, अल्पसंख्यक आयोग ....मीडिया सभी ने अपने मुंह में दही जमा लिया .... और, किसी के मुंह से एक बोल तक नहीं फूटे.....!
जिस से उत्साहित होकर 4 जनवरी 1990 को...... आफताब नामक एक स्थानीय उर्दू अखबार ने..... हिज्ब उल -मुजाहिदीन की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की.... जिसमे स्पष्ट रूप से कहा गया कि.... सभी हिन्दू अपना सामन पैक करें और कश्मीर छोड़ कर चले जाएँ...।
इसके बाद .....एक अन्य स्थानीय समाचार पत्र.. अल सफा ने ...... हिन्दुओं के इस निष्कासन आदेश को दोहराया... साथ ही , मस्जिदों में भारत और हिन्दू विरोधी भाषण दिए जाने लगे...और, सभी कश्मीरी हिन्दू/मुस्लिमो को कहा गया कि ... वे इस्लामिक ड्रेस कोड अपनाये...।
शरियत के नियमानुसार .....कश्मीर में ... सिनेमा और विडियो पार्लर वगैरह बंद कर दिए गए ....तथा, लोगो को मजबूर किया गया कि ... वो अपनी घड़ी पाकिस्तान के समय के अनुसार करे लें।
अधिक जानकारी के लिए यह लिंक और ब्लॉग आप देख सकते है:http://kasmiripandits.blogspot.com/2012/04/when-kashmiri-pandits-fled-islamic.htmlhttp://www.rediff.com/news/2005/jan/19kanch.htm - [19/01/90: When Kashmiri Pandits fled Islamic terror]
उधर कश्मीर में मुल्लों का आतंक जारी था...... और, इधर तथाकथित सेकुलर मीडिया.... फ़िल्मी भांडों के नाच-गाने और चित्रहार दिखाने में व्यस्त थी.....!
परिणाम यह हुआ कि......19 जनवरी 1990 को .....सारे कश्मीरी पंडितो के घर के दरवाजो पर नोट लगा दिया ....जिसमे लिखा था ....."या तो मुस्लिम बन जाओ या कश्मीर छोड़ कर भाग जाओ या फिर मरने के लिए तैयार हो जाओ"....।
यहाँ तक कि.....पाकिस्तान की तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने भी टीवी पर कश्मीरी मुस्लिमो को भारत से आजादी के लिए भड़काना शुरू कर दिया....।
सिर्फ इतना ही नहीं .. बल्कि, सारे कश्मीर के मस्जिदों में एक टेप चलाया गया, जिसमे मुस्लिमो को कहा गया कि ... वो हिन्दुओ को कश्मीर से निकाल बाहर करें...।
उसके बाद तो सारे कश्मीरी मुस्लिम ....सडको पर उतर आये... और, उन्होंने कश्मीरी पंडितो के घरो को जला दिया..... कश्मीर पंडित महिलाओ का बलात्कार करके..... फिर उनकी हत्या करके उनके नग्न शरीर को पेड़ पर लटका दिया गया....।
कुछ महिलाओ को जिन्दा जला दिया गया ..और, बाकियों को लोहे के गरम सलाखों से मार दिया गया....। बच्चो तक को स्टील के तार से गला घोटकर मार दिया गया.....।
हालत ऐसे बन गए कि...... अपनी इज्जत बचने के लिए ..... कश्मीरी हिन्दू महिलाये ऊंचे मकानों की छतो से कूद कूद कर जान देने लगी....।
और ....कश्मीरी मुस्लिम....... कश्मीरी हिन्दुओ के हत्या करते चले गए..... और, नारा लगाते चले गए कि ... उन पर अत्याचार हुआ है ...और, उनको भारत से आजादी चाहिए...।
अंततः..... अपने को असहाय पाकर ....3,50,000 कश्मीरी पंडित अपनी जान बचा कर कश्मीर से भाग गए.....।
कश्मीरी पंडित जो कश्मीर के मूल निवासी है..... उन्हें कश्मीर छोड़ना पड़ा... और, तब कश्मीरी मुस्लिम कहते है कि .... उन्हें आजादी चाहिए..।
आश्चर्य है कि....कश्मीर में यह सब कुछ खुलेआम चलता रहा... लेकिन, सेकुलर मीडिया चुप रही... और, उन्होंने देश के लोगो तक यह बात कभी नहीं पहुंचाई ....इसलिए, देश के लोगो को आज तक नहीं पता चल पाया कि .... क्या हुआ था कश्मीर में...?????
इस मामले में .....देश विदेश के लेखक चुप रहे.... भारत का संसद चुप रहा..... देश के सारे हिन्दू...... मुस्लिम.... सेकुलर....... मानवाधिकार वाले...... हर कोई चुप रहे.. और, किसी ने भी 3,50,000 कश्मीरी पंडितो के बारे में कुछ नहीं कहा।
यहाँ तक कि.....आज भी अपने देश के मीडिया 2002 के दंगो के रिपोर्टिंग में व्यस्त है और, वो कहते है कि .... गुजरात में मुस्लिम विरोधी दंगे हुए थे... लेकिन, यह कभी नहीं बताते की 750 मुस्लिमों के साथ साथ 250 हिन्दू भी मरे थे ...और, यह भी कभी नहीं बताते की दंगो की शुरुआत मुस्लिमो ने की थी, जब उन्होंने 59 हिन्दुओं को ट्रेन में गोधरा में जिन्दा जला दिया था।
हिन्दुओं पर अत्याचार के बात की रिपोर्टिंग से कहते है कि ....अशांति फैलेगी...... लेकिन, मुस्लिमो पर हुए अत्याचार की रिपोर्टिंग से शायद अशांति नहीं फैलती...।
इसे कहते है सेकुलर (धर्मनिरपेक्ष) पत्रकारिता।http://kashmiris-in-exile.blogspot.com/2009/01/19-years-to-19th-day-of-1990-exodus-of.html
हालत यह है कि .....आज 4.5 लाख कश्मीरी पंडित अपने देश में ही रिफ्यूजी की तरह रह रहे है.. और, पूरे देश या विदेश में कोई भी नहीं है उनको देखने वाला...।
कोई भी मीडिया नहीं है जो उनके बारे में हुए अत्याचार को बताये।
कोई भी सरकार या पार्टी या संस्था नहीं है ...जो कि विस्थापित कश्मीरियों को उनके पूर्वजों के भूमि में वापस ले जाने को तैयार है....।
कोई भी नहीं इस इस दुनिया में....... जो कश्मीरी पंडितो के लिए "न्याय" की मांग करे...।
जो कश्मीरी पंडित काफी पढ़े लिखे लोगो के तरह जाने जाते थे..... आज वो भिखारियों के तरह पिछले 22 सालो से टेंट में रह रहे है.... और, उन्हें मूलभूत सुविधाए तक नहीं मिल पा रही है.. तथा , वहां पीने के लिए पानी तक की समस्या है...।
दोगलेपन का आलम तो ये है कि.....भारतीय और विश्व की मीडिया..... मानवाधिकार संस्थाए गुजरात दंगो में मरे 750 मुस्लिमो (310 मारे गए हिन्दुओ को भूलकर) की बात करते है.... लेकिन, यहाँ तो कश्मीरी पंडितो की बात करने वाला कोई नहीं है.... क्योकि वो हिन्दू है....।
यह जानकार आपका खून खौल उठेगा कि.....20,000 कश्मीरी हिन्दू ... तो बस धुप की गर्मी के कारण मर गए .....क्योकि , वो कश्मीर के ठन्डे मौसम में रहने के आदी थे।
अधिक जानकारी के लिए यह विडियो आप देख सकते है:http://www.youtube.com/watch?v=kqSqn0id-IE[Shocking, Tragic and Horrible story of Kashmiri Pandits]
हरामीपन की भी सीमा को पार करते हुए..... आज देश के लोगो को कश्मीरी पंडितो के मानवाधिकारों के बारे में भारतीय मीडिया नहीं बताती है ....लेकिन , आंतकवादियों के मानवाधिकारों के बारे में जरुर बताती है...।
आज सभी को यह बताया जा रहा था है कि.... ASFA नाम का किसी कानून का भारतीय सेना काफी ज्यादा दुरूपयोग किया है.....।
आप खुद ही सोचें कि....कश्मीर में अलगावादी संगठन मासूम लोगो की हत्या करवाते है.... और , जब भारतीय सेना के जवान जब उन आतंकियों के खिलाफ कोई करवाई करते है तो यह अलगावादी नेता अपने बिकी हुए मीडिया के सहायता से चीखना चिल्लाना शुरू कर देते है कि ..... देखो हमारे ऊपर कितना अत्याचार हो रहा है....????
बात सिर्फ यहीं तक नहीं रुकी है बल्कि,. अश्विन कुमार जैसे कुछ डाइरेक्टर ""इंशाल्लाह कश्मीर"" नामक पिक्चर बना रहे है ....और, यह पुरे विश्व की लोगो को यह दिखा रहे है कि ... कश्मीर के भोले भाले मुस्लिम युवाओ पर भारतीय सेना के जवानों ने अत्याचार किया है....।
अश्विन कुमार अपने वृत्तचित्र पूरे विश्व के पटल पर रख रहे है और, हर तरह से देश और विदेश में लोगो को दिखा रहे है कि ... गलती भारतीय सेना की है..... मुस्लिमों के जिहाद का जिक्र तक इस फिल्म में नहीं है....!
इस वीडियो में देख सकते हैं कि.... किस प्रकार भारतीय सेना के खिलाफ षड़यंत्र किया जा रहा है:http://www.youtube.com/watch?v=LofOulSw07k - [Anti Hindu and Anti Indian Military - Indian Secular Media Exposed!]
आज दोगलेपन और नाटक का हद है कि....सारे मुस्लिम कहते है मोदी को फांसी दो... जबकि, मोदी जी ने गुजरात की दंगो को समय रहते रोक दिया।
लेकिन, आज तक एक भी मुस्लिम को यह कहते नहीं सुना गया कि .... कांग्रेस के नेताओं.... गाँधी परिवार और अब्दुल्लाह परिवार को फांसी दो..... जो लाखो कश्मीरी पंडितो के कत्लेआम देखते रहे......।
मित्रों.....इस कहानी को अगर आप पढ़ चुके है तो अपने बाकी मित्रो के साथ शेयर करे ताकि उन्हें भी सत्य का ज्ञान हो.... और, अपने कश्मीरी भाई-बहनों के लिए कुछ कर पाएं....।
याद रखें कि.....जो कश्मीर में हुआ था....... आज वही मुस्लिम बहुल केरल.... पश्चिम बंगाल... हैदराबाद...... और, यूपी के कुछ भागो में हो रहा है...।
मित्रों, हम नहीं चाहते एक और कश्मीर बने.. और, हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे 10 -20 सालों के बाद केरलाइ हिन्दू..... या बंगाली हिन्दुओ के बारे में वैसी ही कहानिया सुने.. जैसा हम आज कश्मीरी हिन्दुओ के बारे में सुनते हैं।
जागो हिन्दुओ .... और, एकजुट होकर अपने अधिकार के बारे में लड़ना सीखो .....
नहीं तो ... कश्मीर सरीखा सर्वनाश निश्चित है....!




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मुसलमानों का सबसे ताकतवर हथियार 'अल-तकिया'

मुसलमानों का सबसे ताकतवर हथियार 'अल-तकिया'मैं इसलिए किसी भी मुल्ले की बातों पर यकीन नहीं करता ...
इसने इस्लाम के प्रचार प्रसार में जितना योगदान दिया है उतना इनकी सैंकड़ों हजारों कायरों की सेनायें नहीं कर पायीं ।इस हथियार का नाम है "अल - तकिया"।


अल-तकिया के अनुसार यदि इस्लाम के प्रचार , प्रसार अथवा बचाव के लिए किसी भी प्रकार का झूठ, धोखा , द्रऋह करना पड़े - सब धर्म स्वीकृत है ।इस प्रकार अल - तकिया ने मुसलामानों को सदियों से बचाए रखा है ।
मुसलमानों के विश्वासघात के अन्य उदाहरण -
1 -मुहम्मद गौरी ने 17 बार कुरआन की कसम खाई थी कि भारत पर हमला नहीं करेगा, लेकिन हमला किया ।
2 -अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तोड़ के राणा रतन सिंह को दोस्ती के बहाने बुलाया फिर क़त्ल कर दिया ।
3 -औरंगजेब ने शिवाजी को दोस्ती के बहाने आगरा बुलाया फिर धोखे से कैद कर लिया ।
4 -औरंगजेब ने कुरआन की कसम खाकर श्री गोविन्द सिघको आनद पुर से सुरक्षित जाने देने का वादा किया था.फिर हमला किया था.
5 -अफजल खान ने दोस्ती के बहाने शिवाजी की ह्त्या का प्रयत्न किया था ।
6-मित्रता की बातें कहकर पाकिस्तान ने कारगिल पर हमला किया था ।लोगों का विश्वास उठ चूका है मुसलमानों से..
और ये ऐसी स्थिति है जिसको मुसलमान खुद समझ नहीं पा रहे हैं.. सिर्फ भारत की बात नहीं दुनिया के हर कोने में मुसलमानों को शक की नज़र से देखा जा रहा है.. मगर मुसलमान खुद हकीकत से मुह फेरे बैठे हैं.. ये स्थिति बहुत खतरनाक है और विचार करने योग्य है..मुसलमानों ने खुद दुनिया दो हिस्सों में बाँट राखी है एक मुस्लिम समाज और दूसरा गैर मुस्लिम समाज..
परेशानी यहीं से शुरू होती है.. भाई भाई बोलने की सारी बातें बेईमानी है अगर दुनिया ही दो हिस्सों में बटी है इस्लामिक नज़रिए से..इस्लाम की शिक्षा अब सब लोग समझ चुके हैं.. काफिर, मुशरिक, मुनकिर.. अब लोगों को समझ आ गया है.
अब बच्चा बच्चा जानता है कि काफिर किसको कहते हैं.. और फिर आप बोलते हो की लोग नफरत क्यूँ कर रहे हैं?? काफिर शब्द गाली की तरह इस्तेमाल करोगे फिर लोगों को समझोगे की काफिर मतलब सिर्फ वो जो अल्लाह को न माने.. और शब्द के पीछे जो घृणा छिपी है उसको कैसे छिपाओगे?
लोग अब पढ़ रहे हैं और उनको पता है की कट्टर लोगों का दिल पूरे दुनिया में शरीया लागू करने में लगा है..
लोग गूगल , ट्विटर , फेसबुक पर उसकी पैरवी करते हैं और बोलते हो लोग नफरत करते हैं आपसे?जिन जिन लोगों ने हिन्दुवों और सिखों पर ज़ुल्म ढाएआप उनकी वकालत करते हो फिर बोलते हो लोग आपसे नफरत करते हैं?
मुसलमानों को पूरी दुनिया के मुसलमानों की फ़िक्र रहती है.. जितना आक्रोश आपको इस्राईल पर आता है उतना आपको अपने देश में हुवे किसी और हादसे पर नहीं आता है..
अगर दिल में कुछ और हो और ज़बान पर कुछ और तो छोटे बच्चे भी आपकी नियत भांप जाते हैं .. बाकी दुनिया तो बड़ी और समझदार है ...
कैसे उम्मीद करते हो की आप औरंगजेब और गौरी की तारीफ करो और लोग ये न समझ पाए की आपके दिल में क्या है??
लोग कैसे मान जाएँ की आप औरंगजेब की तारीफ़ करके उसकी शिक्षाओं को नहीं अपनाओगे भविष्य में?
मैं इस्लाम को इंसानियत का मज़हब उस दिन मानूंगा जिस दिन सऊदी अरब में मंदिर और गुरूद्वारे बनाने की इजाज़त मिलेगी और लोग खुले आम पूजा कर सकेंगे.. इस बात की कोई दलील ही नहीं दी जा सकती है की वो इस्लामिक देश है.. किसका इस्लामिक देश कैसा देश? अगर हम वहां दुसरे धर्मो को जगह नहीं दिलवा सकते हैं तो कम से कम वकालत तो न करें इस बात की.. भारत में बैठ के बोलोगे की सऊदी की पाक ज़मीन पर मंदिर नहीं बन सकता और फिर यहाँ लोग आपको गले लगायें?
संभल जाओ अभी सवेरा है.. पूरी दुनिया नफरत करने लगीहै और लोग अब किसी भी रूप में इस्लाम को देखने के लिए भी नहीं तैयार हैं.. होश में आ जाओ तो अच्छा है नहीं तो मिट जाओगे. ......






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दहेज़ से जली बेटी

दहेज़ से जली बेटी को आग देने जब बाप पहुंचा तो चिता बोल पड़ी कि बाबू जी फिर मत जलाओ ।
जलने में बहुत दर्द होता है ।
इस स्टेटस को पढ़ के मित्रों ....... यूँ समझ लीजिये कि तन बदन में आग लग गयी । इसीलिए मैं कहता हूँ कि साले हिन्दुस्तानियों से बड़ा ढोंगी समाज इस धरती पे दूसरा कोई नहीं । बस यूँ समझ लीजे की मोदी जी मने किये हैं इसलिए ज़्यादा कुछ नहीं लिख पा रहा हूँ 

जिस साले ने ये status लिखा और हर वो बाप भाई जिसकी बेटी / बहन की तथाकथित दहेज़ ह्त्या ( जी हाँ साले 99 %मामले फ़र्ज़ी होते हैं ) हुई वो सब के सब जब लड़की को दहेज़ देना होता है तो victim बन जाते हैं और ठीक साल भर बाद जब लड़के की शादी में दहेज़ लेना होता है तो मुह और पिछवाड़ा दोनों फाड़ देते हैं ....... की हे लड़की वाले ...... डालो ....... दोनों तरफ से डालो दहेज़ ........ थोडा और डालो ।
मित्रों ........ कुछ दिन पहले एक पोस्ट लिखी थी मैंने । 
ये कि दहेज़ लेना गू खाने के समान है । अब चूँकि मेरा बेटा भी अब शादी लायक हो गया है । और उसके दो रिश्ते सिर्फ इस बात पे टूट गए कि ये साले एक रु में शादी करने की बात क्यों कर रहे हैं । जिसका लड़का सरकारी नौकरी में हो और ऊंचा लंबा स्वस्थ सुन्दर हो वो 1 रु में शादी क्यों कर रहा है ? 
जरूर कोई गड़बड़ है । साला इसी चक्कर में 2 जगह से बात टूट गयी । 
फिर हमारे कुछ मित्रों ने हमको बिठा के समझाया ........
अबे एकदम्मे चूतिया हो का बे ? 
साले पहले ही क्यों बोल देते हो कि 1 रु में शादी करूँगा ? 
ये कहते ही इस भारतीय समाज में संदिग्ध हो जाते हो । जरूर कोई गड़बड़ है .......... 
अब बताओ भैया ? का करें ? इस समाज को खुश करने के लिए हम भी गू खाएं न ? 
सिर्फ इसलिए न कि सब खाते हैं ?
corrupt system में ईमानदार आदमी unfit होता है । 120 km की स्पीड से दौड़ती corruption की गाडी में कोई एक डिब्बा यदि ईमानदार हो जाए और 120 की स्पीड से दौड़ने से अगर मना कर दे ....... अपनी ब्रेक जाम कर ले ....... तो जानते हैं क्या होता है ? उसके axel से धुंआ निकलने लगता है । 
फिर गाडी रोक के या तो उसके जाम हुए ब्रेक को खोलने की कोशिश करते हैं वरना गाडी से काट के sick line पे खड़ा कर देते है ..... और उसपे सफ़ेद पेंट से लिख देते हैं ........ unfit for service ....... booked to फलानी workshop for repair .
आपको याद होगा कि कुछ दिन पहले मैंने एक status डाला था । समाज की स्थापित मान्यताओं के विपरीत चलने वालों को certified चूतिया घोषित कर दिया जाता है ।
This is to certify that Ajit singh is hereby declared an A grade चूतिया क्योंकि ये कहता है कि दहेज़ लेना गू खाने जैसा है ।
ऐ हिन्दुस्तानियों .......दहेज़ के लिए घड़ियाली आंसू बहाना बंद करो । 
आप या तो गांडू हो सकते हैं या नहीं हो सकते । इसमें कोई बीच का रास्ता नहीं होता । ये नहीं चलेगा कि चलो थोड़ा सा ले लेते हैं . There is no mid way . इसमें कोई मध्यमार्ग नहीं ।


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